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Showing posts from June, 2020

वैश्विक आर्थिक संकट भाग 2

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शशांक शर्मा :                           लॉकडाउन में सुने पड़े पर्यटन स्थल  महान अवसाद भाग 2 :         विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 के कारण विश्व अर्थव्यवस्था एक वैश्विक आर्थिक संकट का रूप ले रही है। संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग (UNDESA) का एक नया विश्लेषण दर्शाता है कि अगर लोगों की आवाजाही और आर्थिक गतिविधियों पर पाबंदियों की मियाद बढ़ती है और पर्याप्त वित्तीय उपाय नहीं किए गए तो वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोनावायरस का असर और भी ज़्यादा व्यापक हो सकता है। हमें इस लोकडाउन के अंदर कई प्रकार के अवसाद देखने को मिले जैसे बेकारी की समस्या, आत्महत्या एवं आत्महत्या के प्रयास, घरेलू उत्पीड़न, कलह , विद्रोह के मामले आदि। वर्तमान संदर्भ में इस समस्या से निपटने का पुरजोर प्रयास किया जा रहा है, किंतु देश विदेशों की सरकारें असमर्थ दिखाई देती है। सरकारें अपने ढंग से स्थिति में सुधार लाने के प्रयास कर रही है । कोरोनावायरस की वैक्सीन बनाने से संबंधित, आर्थिक सुधार एवं विदेशी व्यापार से संबंधित, व पर्यटन स्थलों को शुरू करने , पर्यटक को बढ़ावा देने हेतु आर्थिक प्रयास किए जाएंगे। वैश्

INTERNATIONAL YOGA DAY

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                          SHASHANK SHARMA      " YOGA" IS AN INTEGRAL PART OF OUR LIFE:                                                               We find many evidences of yoga in the ancient Indian subcontinent. Evidence of yoga is found in both archaeological and literary categories. Just as life air, water and food are very important for our life, similarly yoga is also an important part of our life. With yoga, we can not only make life healthy and beautiful but can also make our life naturally energetic, powerful. Yoga curbs our thousands of thoughts and increases our energy power and also develops mental powers. ARCHAEOLOGICAL EVIDENCE OF YOGA :   In the excavation of Harappa and Mohenjodaro, the idol has been found in the posture of Padmasana. It is clear from this that even before four thousand years, we had knowledge of yoga and spiritual meditation.                                               seal discovered during excavation of the Mohenjodaro archaeological s

DEVELOPMENT OF RURAL CULTURE

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                       SHASHANK SHARMA                 RISE OF RURAL SETTLEMENT                                                  THE FIRST STEP TO THE SUCCESS OF HUMAN LIFE    The agricultural achievement that began in the Neolithic period taught us to remain stable in one place. Human beings started doing agricultural work by staying in one place instead of wandering and traveling again and again. The story of man's stability began in the Indian subcontinent around 6000 BC, and on the global scene from 9000 BC. "Mehargarh" was the first rural settlement located in Balochistan in the Indian subcontinent, Mehargarh was the first village to have a transition of Neolithic and Chalcolithic, ie where both eras exist. But when he came to the Copper Stone Age through Neolithic, he started a new civilization using metals. Almost all the changes took place in northwestern India which later flourished as the rise and development of the Indus civilization.                          M

ग्रामीण संस्कृति का विकास

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                     SHASHANK SHARMA                                                                     Rise of rural settlements : The first step to the success of human life                 नवपाषाण काल में प्रारंभ हुई कृषि उपलब्धि ने हमें एक जगह स्थिर रहना सिखाया। मनुष्य बार-बार घुमक्कड़-यायावर न रहकर एक जगह रहकर कृषि कर्म करने लग गया । मनुष्य के स्थिरता की कहानी भारतीय उपमहाद्वीप में करीब 6000 इसा पूर्व से प्रारंभ हुई  , और वैश्विक पटल पर 9000 ईसा पूर्व से। भारतीय उपमहाद्वीप में बलूचिस्तान स्थित "मेहरगढ़" पहली ग्रामीण बस्ती थी ,मेहरगढ़ पहला ऐसा गांव था जो नवपाषाण ( Neolithic ) और ताम्र  पाषाण( Chalcolithic ) का संक्रमण था अर्थात  जहां दोनों युग के अस्तित्व समाहित हो । किंतु नवपाषाण से होकर ताम्र पाषाण युग में आने पर धातुओं के प्रयोग से उन्होंने एक नई सभ्यता की शुरुआत की। लगभग सभी परिवर्तन उत्तर पश्चिमी भारत में हुए जो बाद में सिंधु सभ्यता के उत्थान और विकास के रूप में फलीभूत हुए।    मेहरगढ़ स्थल :                                        यह स्थल वर्तमान पकिस्तान के पश्चिम म

STONE AGE : प्रस्तर युग [ बर्बरता से सभ्यता की और ]

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SHASHANK SHARMA                               STONE AGE                                         प्रस्तर युग : STONE AGE  प्रागैतिहासिक काल: ( prehistoric Period )      प्रागैतिहासिक काल से तात्पर्य वह काल जिसका कोई लिखित साक्ष्य या रिकॉर्ड हमें प्राप्त ना हुआ हो व्यक्ति सिर्फ पाषाण खंडों पर निर्भर रहा है , अर्थात मनुष्य की सारी आवश्यकता है मुख्यतः उस वातावरण पर निर्भर होती है जिसमें वह जीवित रहने का प्रयत्न करता है ।  ★ मूलत: इतिहास को तीन भागों में बांटा गया है: ( 1) प्रागैतिहासिक काल ( prehistoric age ) ( 2) आद्यऐतिहासिक काल ( Proto historical period ) ( 3) ऐतिहासिक काल ( historical period )               प्रकार प्रागैतिहासिक काल के अध्ययन के लिए हमें उनके द्वारा लिए गए पाषाण उपकरणों पर निर्भर रहना पड़ता है, पाषाण उपकरण हमें नदियों के पाट , कंदराएं, गुफाएं , नदी घाटियों आदि क्षेत्र में मिलते हैं । Classification of prehistory : प्रागैतिहासिक काल को तीन भागों में बांटा गया है ( A ) पुरापाषाण युग/ काल ( B ) मध्यपाषाण युग/ काल ( C ) नवपाषाण युग/ काल मनुष्य के सं

मानव अस्तित्व की पहचान

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IDENTIFICATION OF HUMAN EXISTENCE SHASHANK SHARMA.                                          "मानव सभ्यता का उद्भव " "Stone age" भारत में मानव अस्तित्व की पहचान : मानव जीवन काफी समय पहले प्रारंभ हुआ इसका अधिकांश क्रियाकलाप अलिखित ही रहा और यही अलिखित भूतकाल प्राक: इतिहास की रचना करता है। आज वर्तमान परिवेश में मानव इतिहास का एक छोटा सा काल है जो लिखित रूप से मौजूद है जो इतिहास का निर्माण करता है, अर्थात मानव इतिहास की संपूर्ण 90% घटनाएं प्रस्तर युग में ही घटित हुई । इसका प्रमाणिक साक्ष्य सिर्फ पाषाण-प्रस्तर उपकरण (stone tools) और आदिम भित्ति चित्रकारियां जो किसी शिकार अथवा समारोह से संबंधित है।  Radiation theory : विकिरण प्रक्रिया   आधुनिक मानव का विकास अफ्रीका में "होमोइरेक्टस" से हुआ, बाद में यह विभिन्न मार्गों से प्रवासन करते हुए पृथ्वी के विभिन्न भागों में बस गए जिसे विकिरण सिद्धांत कहा गया है । पृथ्वी के सभी क्षेत्रों वह जातियों के मानव डीएनए को लगभग सामान योग्य पाया गया है जो यह संकेत देता है कि हमारी प्रजातियां उत्पत्ति का एक अद्

BASIC STRUCTURE OF HISTORY

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शशांक शर्मा :  "इतिहास" एक परिचय :                                         इतिहास भूतकाल की घटनाओं का मुख्य लेखा-जोखा है। इतिहास अपने ज्ञान रूपी प्रकाश से वर्तमान को प्रेरित करता है और भविष्य के लिए दिशा निर्देशन का कार्य करता है। इतिहास विषयक परम सूची में हमें राष्ट्रीय सामाजिक सांस्कृतिक जीवन की सुंदर झांकी देखने को मिलती है। किसी भी वैश्विक मंच पर उसके उद्भव, विकास, पतन , त्याग-बलिदान स्वाभिमान विजय-पराजय राजनीति, धार्मिक नीति, सभ्यता व संस्कृति कला तथा साहित्य आदि के संदर्भ में इतिहास द्वारा प्रमुख ज्ञान बोध होता है। जिससे उन घटनाओं का वैज्ञानिक परिवेश में अध्ययन हो सके। इस प्रकार अतीत को ही वर्तमान संदर्भ में इतिहास का नाम दिया है जिसमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण का पूर्ण समावेश हो तथा अध्ययन पूर्णत: निष्पक्ष तथा इमानदारी पूर्वक किया गया हो। Definition of history:  इतिहास शब्द 3 शब्दों ( इति + ह + आस ) से मिलकर बना है,जो  अस् धातु, लिट् अलंकार अन्य पुरुष तथा एक वचन) जिसका तात्पर्य "ऐसा निश्चित रूप से हुआ था"  ग्रीक-यूनानी भाषा में इतिहास के लिए "हिस्त